रिपोर्ट – 8 दिसंबर तक कुछ तटीय क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान आने की संभावना दक्षिण अंडमान सागर में कुछ ऐसी हलचल हो रही हैं इससे भारत के कुछ तटीय क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान आने की संभावना हैं।
चक्रवाती तूफान को लेकर अलर्ट जारी
दरअसल, दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका हैं। ये चक्रवाती तूफान 8 दिसंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु पुडुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के पास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है।
IMD ने जताई चक्रवाती तूफान आशंका
IMD ने आशंका जताई है कि दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर-मलक्का जलडमरूमध्य पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत सोमवार को सुबह 5.30 बजे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य-क्षोभमंडल स्तरों तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 6 दिसंबर की शाम तक दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि 5 दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। 7 दिसंबर की सुबह तक दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकती है और एक अवसाद में केंद्रित हो सकती है।
तमिलनाडु में NDRF की टीमें तैनात कर दी गयी है
मौसम प्रणाली के कारण तमिलनाडु के सात जिलों पुडुचेरी कराईकल और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर 7 दिसंबर की रात से बारिश की गतिविधि शुरू हो सकती है और इसके अगले दिन तेज होने की संभावना है। आईएमडी ने मछुआरों को अगले कुछ दिनों के लिए 8 दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर से बचने के लिए कहा है। बचने के लिए अन्य क्षेत्रों में 7 से 9 दिसंबर तक तमिलनाडु पुडुचेरी दक्षिण आंध्र प्रदेश तट और मन्नार की खाड़ी शामिल हैं।
अन्य राज्यों में कैसा रहेगा मौसम
इसके साथ ही मौसम विभाग ने झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र के मौसम के बदलने की संभावना जताई है। साथ ही पंजाब, हरियाणा, उड़ीसा, मेघालय, नागालैंड में हल्की फॉग पड़ने की संभावना जताई है।
जानिए क्या होता है चक्रवाती तूफान ?
समुद्री तूफान को चक्रवात कहा जाता है, इस दौरान बहुत ज्यादा बारिश होती है और हवाएं चलती हैं। इस तूफान की तीव्रता बहुत ज्यादा होती है और इसी वजह से जान-माल के नुकसान का काफी भय होता है। विज्ञान के शब्दों में कहें तो सलाइक्लोन या चक्रवाती तूफान एक घूमती हुई वायुराशि है, जिसके सेंट्रल को Thunderstorm कहते हैं। ये दो तरह के होते हैं। एक का नाम है Tropical Cyclone और एक का नाम है Temperate Cyclone। जो तूफान कर्क और मकर रेखा के बीच में आते हैं उन्हें Tropical Cyclone और जो उत्तरी-दक्षिणी गोलार्ध के बीच में आते हैं उन्हें Temperate Cyclone कहा जाता है।