कांग्रेस नेता ने उठाये मोदी की नीयत और नीतियों पर सवाल कहा के भारत के टूटने का खतरा बढ़ रहा है
कांग्रेस नेता ने कहा कि सवाल उठाया जा रहा है कि भारत टूट नहीं रहा है तब कांग्रेस पार्टी क्यों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है. तीन मुद्दे हैं तीन चुनौतियां हैं. प्रधानमंत्री की नीयत और प्रधानमंत्री की नीतियों के कारण भारत के टूटने की संभावना बढ़ गई है। आर्थिक विषमताएं बढ़ गई हैं। महंगाई बेरोजगारी जीएसटी (सकल घरेलू उत्पाद) विषमताएं बढ़ रही हैं।
वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा किसी व्यक्ति विशेष की यात्रा नहीं बल्कि यह सामूहिक प्रयास है। रमेश ने कहा कि यह ‘चुनाव जिताओ यात्रा नहीं है लेकिन इसका फायदा संगठन को मिल रहा है। यात्रा के साथ राजस्थान पहुंचे रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा किसी एक व्यक्ति की यात्रा नहीं है यह एक सामूहिक प्रयास है… संगठन को मजबूत करने के लिए भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने के लिए व हमारे देश के समक्ष आई चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए।
जयराम रमेश ने कहा कि सवाल उठाया जा रहा है कि भारत टूट नहीं रहा है तब कांग्रेस पार्टी क्यों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है …तीन मुद्दे हैं तीन चुनौतियां हैं… प्रधानमंत्री की नीयत और प्रधानमंत्री की नीतियों के कारण भारत के टूटने की संभावना बढ़ गई है। आर्थिक विषमताएं बढ़ गई हैं। महंगाई बेरोजगारी जीएसटी (सकल घरेलू उत्पाद)…विषमताएं बढ़ रही हैं। इसके कारण हम कमजोर हो रहे हैं और भारत के टूटने की संभावना बढ़ी है ..खतरा है। कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि दूसरी चुनौती देश में सामाजिक ध्रुवीकरण है। सामाजिक ध्रुवीकरण को जानबूझकर चुनावी फायदे के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। धर्म के नाम पर भाषा के नाम पर जाति के नाम पर और प्रांत के नाम पर विभाजनकारी विचारधारा को प्रोत्साहित किया गया है। इससे भी भारत को खतरा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि तीसरी बात है कि राजनीतिक तानाशाही हकीकत बन गई है। इस राजनीतिक तानाशाही का नतीजा है एक राष्ट्र एक व्यक्ति। एक ही व्यक्ति को सारे राजनीतिक अधिकार दिए जा रहे हैं और संविधान को नजर अंदाज किया जा रहा है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। इन तीन खतरों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए यह यात्रा शुरू की गई है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस शासित राजस्थान में पार्टी नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा सोमवार सुबह शुरू हुई। सुबह लगभग 14 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बाली बोरदा चौराहा पहुंची। यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले 17 दिनों में झालावाड़ कोटा बूंदी सवाई माधोपुर दौसा और अलवर जिलों से गुजरते हुए लगभग 500 किलोमीटर दूरी तय करेगी। इस दौरान राहुल गांधी 15 दिसंबर को दौसा के लालसोट में किसानों के साथ संवाद करने और 19 दिसंबर को अलवर के मालाखेड़ा में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं।